मनोवैज्ञानिक से जुड़े रोचक तथ्य
मनोवैज्ञानिक रोचक तथ्य : कई बार दूसरों का तो छोड़िए, अपना ही व्यवहार हमारी समझ से परे हो जाता हैं. ये 42 रोचक तथ्य पढ़ने के बाद आप किसी को भी बहुत अंदर तक जान जाओगें.
- यदि आप किसी को अपने गोल बता देते हो तो आपके सफ़ल होने की संभावना कम हो जाती हैं.. ऐसा इसलिए, Q कि आप motivation lose कर देते हैं.
- हम जितना ज्यादा दूसरों पर खर्च करते हैं उतने ज्यादा खुश रहते हैं.
- 90% लोग मैसेज़ में वो चीज़े लिखते हैं जिन्हें वो कह नही सकते.
- आपका पसंदीदा गाना आपको इसलिए पसंद हैं Q कि वह आपकी ज़िंदगी की असल घटना के साथ जुड़ा हुआ होता हैं.
- 18 से 33 साल की उम्र तक आदमी सबसे ज्यादा तनाव में रहता हैं.
- किसी भी आदमी को प्यार में पड़ने के लिए सिर्फ़ 4 मिनट ही काफी होते हैं.
- Comedian और मजाकिया लोग दूसरो के मुकाबले ज्यादा उदास रहते हैं.
- आधे से ज्यादा समय आपका दिमाग केवल यादें दोहराता रहता हैं.
- भावनाओं को छिपाओगें.. उस व्यक्ति के लिए उतना ही मुश्किल होगा आपको समझना.
- यह भी संभव हैं, कि किसी की मौत दिल टूटने से हो इसे “Stress Cardiomyopathy” कहते हैं.
- जब कोई हमें ignore करता हैं तो वही chemical रिलिज़ होता हैं जो चोट लगने पर होता हैं.
- Smarter लोग खुद को कम मानते हैं लेकिन अनज़ान लोग उन्हें brilliant समझते हैं.
- यदि आप पुराने समय को याद करते हैं तो उससे ज्यादा ये याद आता हैं कि इसे आखिरीं बार कब याद किया था.
- जितनी चिंता आजकल के बच्चे दिखाते हैं 1950 में उतनी चिंता तो दिमागी मरीज़ दिखाते थे.
- जब किसी से प्यार होता हैं तो हमारा दिमाग इसमें कुछ नही करता करता बस एक chemical रिलिज़ होता हैं.
- जब कोई कहता हैं कि आपसे एक प्रश्न पूछना हैं तो हाल ही में किए गए सारे बुरे काम एक मिनट के अंदर याद आ जाते हैं.
- जो लोग ज्यादा हँसते हैं वो ज्यादा दर्द सहन कर सकते हैं.
- हम जो सोचते हैं उसका 90% हिस्सा सीधा हमारे मूड पर असर करता हैं एक गलत विचार पूरे मूड को खराब कर सकता हैं.
- लोग आपके बारे में अच्छा सुनने पर शक करते हैं लेकिन बुरा सुनने पर तुरंत यकीन कर लेते हैं.
- किसी के साथ ज्यादा समय बिताने से आप उसकी आदतें अपनानें लगते हैं इसलिए सोच-समझकर दोस्त बनाएं.
- इंसान के लिए सबसे मुश्किल कामों में से एक हैं.. खुद को ये समझाना कि अब मुझे किसी की परवाह नही हैं.
- 90% लोगो का दिमाग ये सोचता हैं कि किश कुछ पल के लिए समय पीछे चला जाएं.
- अगर कोई नाख़ून चबाता हैं तो इसका मतलब वह बहुत परेशान हैं.
- फोन खो जाने पर होने वाली चिंता उस चिंता के समान होती हैं, जब व्यक्ति अपनी मौत के करीब होता हैं.
- यदि कोई ज्यादा तकियें लेकर सोता हैं तो इसका मतलब वह खुद को अकेला महसूस करता हैं.
- हम दिन की बज़ाय रात को आसानी से रो सकते हैं.
- यदि आप किसी के बारे में जागते हुए भी सपने देखते हैं तो इसका मतलब हैं आप उसे मिस कर रहे हैं.
- कोई बात छुपा रहा हैं या नही ये पता करने की भी एक ट्रिक हैं.. जिस चीज़ को वो छुपा रहा हैं उसी के बारे में बात करना शुरू कर दें ऐसा करने पर वह हड़बड़ा जाता हैं. आंखें चुराने लगता हैं और इसी घबराहट में या तो चुप रहता हैं या फिर बोलता भी हैं तो सामान्य से तेज़ गति से.
- अगर एक व्यक्ति कम बोलता हैं, लेकिन तेजी से बोलता हैं- इसका मतलब हैं कि वह एक गोपनीय व्यक्तित्व वाला शख्स हैं, जो ज़्यादातर बातें अपने तक ही रखता हैं.
- अगर कोई छोटी-छोटी बात पर गुस्सा हो जाता हैं, इसका मतलब उसे आपके साथ और प्यार की जरूरत हैं.
- अगर किसी पुरुष को किसी की बात से तकलीफ पहुंची हो, तो वो उस बात को भूल जाते हैं, लेकिन माफ़ नहीं करते। लेकिन अगर एक महिला को किसी की बात से तकलीफ पहुंची हो, तो वो माफ़ कर देती हैं, लेकिन भूलती नहीं.
- अगर कोई छोटी-छोटी बात पर रोता हैं, इसका मतलब हैं कि वह नरम दिल स्वभाव का हैं.
- जो लोग अपने प्रियजनों के सामने फ़ोन की स्क्रीन को नीचे की तरफ रखते हैं, तो उनके मन में खोट हो सकता हैं.
- अगर एक व्यक्ति बहुत सोता हैं तो इसका मतलब हैं कि वह अंदर ही अंदर घुट रहा हैं और किसी बात से दुःखी हैं.
- अगर कोई रो नहीं सकता, इसका मतल़ब कि वो इंसान भावनात्मक रूप से कमज़ोर हैं रोना एक व्यक्ति को कमज़ोर नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से मज़बूत बनाता हैं.
- अगर कोई असामान्य तरीके से खाना खाता हैं इसका मतलब हैं कि वह किसी बात को लेकर बहुत चिंतित हैं.
- आपका दिमाग लोगो की बोरिंग बातो को री-राईट कर उन्हें मज़ेदार बना सकता हैं.
- आप जिस तरह के गाने सुनते हैं उसी तरह से आप दुनिया को देखने लग जाते हैं.
- भले ही आप ये Article Online पढ़ रहें हैं लेकिन हमारी आंखे खुश नही हैं Mobile की स्क्रीन से बहुत आसान होता हैं किताबों में पढ़ना.
- सोने से पहले आप जिस आदमी के बारे में सोचते हैं वही आपकी खुशी और दर्द का कारण हैं.
- हम किसी भी चीज़ को असलियत में करते समय इतने खुश नही होते जितनें बादें उन्हें याद करते समय होते हैं.
- खुशी का पहला आंसू दाहिनी आँख से और दुख का पहला आंसू बाईं आँख से निकलता हैं.