A.P.J Abdul Kalam Biography – डॉ. अब्दुल कलाम की जीवनी
A.P.J Abdul Kalam Biography in Hindi – डॉ. अब्दुल कलाम की जीवनी (A.P.J Abdul Kalam Information) में विकिपीडिआ (A.P.J Abdul Kalam History) की तरह सभी जानकारी (About A.P.J Abdul Kalam).उनके बचपन के संघर्ष (A.P.J Abdul Kalam in Hindi) से मिसाइल मैन बनने का सफर.
About A.P.J Abdul Kalam – कैसे एक साधारण व्यक्ति अपने सपनों के बल पर महान बन जाता है ? जब वह साधारण व्यक्ति महानता को ग्रहण करने लगता है तो वह उस समाज, राज्य और देश का ना होकर, वह पूरे विश्व का हो जाता है।
वह अपने अथक तपिश और लगन के कारण आम जन और धर्म से ऊपर उठ जाता है।, जहां आमजन उन्हें पूजते हैं। यह सब सच कर दिखाया है, भारतमाता के लाल A P J Abdul Kalam ने। आइये जानते है अब्दुल कलाम की जीवनी (A.P.J Abdul Kalam Biography in Hindi) मिसाइल मैन के बारे में –
A.P.J Abdul Kalam Information in Hindi
- A.P.J Abdul Kalam Full Name – अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम
- A.P.J Abdul Kalam Other Name – मिसाइल मैन, जनता के राष्ट्रपति
- A.P.J Abdul Kalam Date of Birth – 15 अक्टूबर 1931
- A.P.J Abdul Kalam Birth Place – रामेश्वरम, रामानंद जिला, मद्रास प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत (अब रामनाथपुरम जिला, तमिलनाडु, भारत)
- A.P.J Abdul Kalam Age ( मृत्यु के समय तक) – 88 वर्ष
- A.P.J Abdul Kalam Death Date – 27 जुलाई 2015
- A.P.J Abdul Kalam Death Reason – दिल का दौरा पड़ने से
- A.P.J Abdul Kalam Father – जैनुलाब्दीन मारकयार
- A.P.J Abdul Kalam Mother – आशिमा जैनुलाब्दीन
- A.P.J Abdul Kalam Brother – कासीम मोहम्मद, मुस्तफा कमल, मोहम्मद मुथु मीरा लेबाई मारिकायर
- A.P.J Abdul Kalam Sister – असिम जोहरा
- A.P.J Abdul Kalam Net Worth – 2,500 पुस्तकें, एक वीणा, एक कलाई घड़ी, सीडी प्लेयर, एक लैपटॉप, 6 शर्ट, 4 पतलून, 3 सूट और एक जूते की जोड़ी, और रामेश्वरम में उनका पैतृक घर
A.P.J Abdul Kalam Biography in Hindi
Information in Hindi in Hindi – अवुल पकिर जैनुलअबिदीन अब्दुल कलाम (A.P.J Abdul Kalam Full Name) का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुसलमान परिवार मैं हुआ। उनके पिता जैनुलअबिदीन एक नाविक थे और और स्थानीय मस्जिद के इमाम थे। उनकी माता अशिअम्मा एक गृहणी थीं। कलाम अपने एक बहन और चार भाइयों में सबसे छोटे थे।
उनके पिता बड़े से बड़े मसलों को आम तमिल जुबान में सुलझा लिया करते थे। उनके पिता कलाम से कहते थे “जब आफ़त आए तो आफ़त को समझने की कोशिश करो, मुश्किलें हमेशा खुद को परखने का मौका देती है।”
जब कलाम छह वर्ष के थे, तब उनके पिता ने एक नाव बनाया, जिसमें वे यात्रियों को रामेश्वरम से धनुषकोडी ले जाया करते और वापिस ले आया करते थे।
उनके पिता के साथ ही अहमद जल्लालुद्दीन नाम का एक व्यक्ति काम करता था। जिनका बाद में कलाम की बहन जौहरा के साथ निकाह हुआ।
कलाम की दोस्ती अहमद जल्लालुद्दीन के साथ जम गया जबकि दोनों के उम्र में 15 साल का अंतर था।
वे दोनों हर शाम लंबी सैर पर निकल जाया करते थे। वे मस्जिद गली से अपनी यात्रा स्टार्ट करते और उनका पहला पड़ाव शिव मंदिर पड़ता था। वे उसी श्रद्धा से उस मंदिर की परिक्रमा करते, जिस श्रद्धा से वहाँ बाहर से आए यात्री करते थे।
रामेश्वरम में जल्लालुद्दीन वह अकेले व्यक्ति थे, जो इंग्लिश जानते थे। वे हमेशा कलाम के साथ साहित्य, साइन्स और पढे-लिखे लोगों के बारे में ही बात करते थे।
कलाम का बचपन में एक और साथी था, शमशुद्दीन, जो उनके चचेरे भाई भी थे। रामेश्वरम में शमशुद्दीन के पास अखवारों का ठेका था। वे अकेले ही सारा काम किया करते थे। हर सुबह रामेश्वरम में अखबार ट्रेन से पहुंचता था।
सन 1939, जब कलाम 8 वर्ष के थे। तब Second World War स्टार्ट हुआ। Emergency जैसी हालत हो गए और रामेश्वरम में ट्रेनों का रुकना केंसिल कर दिया गया।
अब अखवारों के बंडल को रामेश्वरम से धनुषकोडी के बीच चलती ट्रेन से फेंक दिया जाता था। शमशुद्दीन को मजबूरन एक लड़के की आवश्यकता पड़ी, जो फेंके हुए अखबारों को इकट्ठा कर सके।
यह मौका छोटे कलाम को मिला। कलाम की पहली कमाई यही से हुई। कलाम कहते है “हर बच्चा, जिस आर्थिक, सामाजिक और इमोशनली हालत से प्रभावित होता है, उसी तरह का उसका व्यक्तित्व बनता है।”
कलाम को अपने पिता से सेल्फ डिफेंस और माता से अच्छाई पर विश्वाश करना और रहम-दिली मिला। वहीं जल्लालुद्दीन और शमशुद्दीन भी उनके जीवन के वो दो खंभे थे, जो उनके पूरे जीवन को प्रभावित किया
A.P.J Abdul Kalam Education
A.P.J Abdul Kalam in Hindi – उनके अन्दर सीखने की भूख थी और वो पढाई पर घंटो ध्यान देते थे। उन्होंने अपनी स्कूल की पढाई रामनाथपुरम स्च्वार्त्ज़ मैट्रिकुलेशन स्कूल से पूरी की और उसके बाद तिरूचिरापल्ली के सेंट जोसेफ्स कॉलेज में दाखिला लिया, जहाँ से उन्होंने सन 1954 में भौतिक विज्ञान में स्नातक किया।
उसके बाद वर्ष 1955 में वो मद्रास चले गए जहाँ से उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की। वर्ष 1960 में कलाम ने मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढाई पूरी की।
A.P.J Abdul Kalam History
A.P.J Abdul Kalam in Hindi – एक एयरफोर्स में, दूसरा Ministry Of Defense में। कलाम ने दोनों में apply कर दिया। दोनों से ही कलाम को इंटरव्यू के लिए बुलावा आया। वे पहले Defense Ministry के लिए दिल्ली गए, वहाँ उनका इंटरव्यू अच्छा गया। फिर Air Force की इंटरव्यू के लिए देहरादून गए। वहाँ इंटरव्यू में आए 25 Candidates में 9वां स्थान आया। जबकि जरूरत 8 candidates की थी।
फिर कलाम निराश हो गए। दिल पर बोझ लिए कलाम ऋषिकेश चले गए, जहां उन्होंने पहले पावन गंगा में स्नान की। फिर उनका सफ़ेद धोती में लिपटे गौतम बुद्ध जैसे दिखने वाले स्वामी शिवानंद से मुलाक़ात हुई। उन्होंने देहरादून की नाकामयाबी की सारी बाते उनसे कहीं।
स्वामी शिवानंद ने मुसकुराते हुए कहा “ख़्वाहिश अगर दिलों-जान से निकला हो, वह पवित्र हो, उसमें शिद्दत हो, तो उसमें कमाल की Electronic Magnetic Energy होती है, दिमाग जब सोता है तो यह Energy रात की खामोशी में बाहर निकल जाती है
और सुबह कायनात, ब्रह्मांड, सितारों की गति-रफ्तार को अपने साथ समेट कर दिमाग में लौट आती है। इसलिए जो सोचा है, उसकी सृष्टि (निर्माण) अवश्य है। वह आकार लेगा। तुम विश्वाश करो, इस सृष्टि पर, सूरज फिर से लौटेगा, बहार फिर से आएगा।”
फिर कलाम दिल्ली आ गए और इंटरव्यू के प्रतिउत्तर में उन्हें Appointment का Letter थमा दिया गया। उन्हें 250 रुपये की प्रति महीने सेलेरी पर सीनियर साईंटिफ़िक असिस्टेंस के पद पर नियुक्त कर दिया गया।
A.P.J Abdul Kalam Missile Man – मिसाइल मैन
- कलाम 1962 में ISRO से जुड़कर Project Director रहते हुए पहला स्वदेशी उपग्रह SLV iii को लॉंच किया, जो विश्व में उभरते भारत के लिए एक बड़ी सफलता थी।
- 1980 में कलाम की टीम ने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर भारत को International Space Club का सदस्य बना दिया।
- इसी तरह कलाम ने स्वदेशी शक्तियों को उपयोग करते हुए अग्नि, त्रिशूल और पृथ्वी जैसे मिसाइल बना कर दुनियाँ में मिसाइलमेन कहलाएँ।
- 1998 पोखरण में परमाणु शक्ति का सफल प्रयोग कर कलाम ने भारत को परमाणु शक्ति संपन्न बनाया।
A.P.J Abdul Kalam Awards
- 1981: भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
- 1990: भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
- 1997: भारत सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
- 1998: भारत सरकार द्वारा वीर सावरकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 2007: ब्रिटेन रॉयल सोसाइटी द्वारा किंग चार्ल्स द्वितीय मेडल से सम्मानित किया गया।
- 2009: अमेरिका एएसएमई फाउंडेशन (ASME Foundation) द्वारा हूवर मेडल से सम्मानित किया गया।
- 2013: राष्ट्रीय अंतरिक्ष सोसाइटी द्वारा वॉन ब्रौन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 2014: एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, ब्रिटेन द्वारा डॉक्टर ऑफ साइंस उपाधि से नवाजा गया।
A.P.J Abdul Kalam Books
- 1998 : India 2020
- 1999 : Wings Of Fire
- 2002 : Ignited Minds
- 2006 : Indomitable Spirit
- 2012 : Turning Points
A.P.J Abdul Kalam Death
A.P.J Abdul Kalam in Hindi – पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन एपीजे अब्दुल कलाम यूं ही अचानक सबको छोड़कर अनंत यात्रा पर विदा हो गए. दिल का दौरा पड़ने से 83 साल के डॉ. कलाम का सोमवार शाम (A.P.J Abdul Kalam Death Date – 27 जुलाई 2015) निधन हो गया. इस ख़बर ने पूरे देश को गम में डूबो दिया तो साथ ही आम लोगों के बेहद करीब इस शख्स से जुड़ी हर याद ताजा हो गई.