हम आए दिन देखते है की जब हमारे आस पास के लोग बुरे दौर से गुज़र रहे होते हैं, तो उन्हें हमारे प्यार, विश्वास और समर्थन की ज़रूरत होती है, और शायद हम हमेशा सहायता के लिए खड़े हो जाते है लेकिन अक्सर हमने ये पाया है की वही लोग हमारी सफलता या खुशियों में शामिल तो हो जाते है परन्तु असफलताओं और दुखो से निपटने के लिए वे हमे अकेला छोड़ देते हैं। अगर हम या कोई भी और, ऐसा करते है तो हमें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए।
बल्कि हमे हमेशा दुःख या परेशानी की घडी में एक दूसरे का सहारा बनना चाहिए, क्युकी सुख और दुःख तो एक ही सिक्के के दो पहलु है आज है कल नहीं, परन्तु रिश्ते तो मरते दम तक निभाए जाते है और हमे हर रिश्ते को संभाल कर रखना होता है | हमारी इस बात को समझने के लिए चलिए आज हम आपको एक कहानी बताते है जिससे आप खुद ही समझ जायेंगे, कहानी का शीर्षक है ” मजबूत रिश्ते का रहस्य ” …
पिछले तीन वर्षों से, वह एक multinational company में काम कर रहा था और उसका वेतन एक बार भी नहीं बढ़ा। वह बार-बार सोचता था कि क्या वह मालिक से वेतन में वृद्धि के बारे में कहे लेकिन वह अपने Hesitate nature की वजह से कुछ भी नहीं कह सका।
लेकिन एक दिन उसने ठान लिया कि आज तो मुझे बात करनी ही है, और नेहा ने बड़े प्यार से अभिषेक के हाथो में टिफ़िन दिया और कहा -“मुझे यकीन है सब अच्छा ही होगा “। ऑफिस पहुँचने के बाद, अभिषेक ने अपने बॉस को अपने दिल की बात बताने का सही मौका देखते ही सब कुछ बोल दिया।
अभिषेक को विश्वास नहीं हो रहा था कि बॉस इतनी आसानी से उसकी बात मान जायेंगे । वह ख़ुशी से झूम उठा । वह अपना काम जल्दी से ख़त्म कर, नेहा के favorite restaurant से उसकी favorite dish लेके घर आ गया।
नेहा भी अभिषेक का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। वह अभिषेक को देखते ही समझ गयी कि उसने बॉस से बात कर ली, और उसे वेतन वृद्धि मिल गई है। वह अभिषेक का स्वागत करने के लिए दरवाजे पर खड़ी थी।
अभिषेक जैसे ही घर में आया, उसने देखा की नेहा ने पहले ही सारी तैयारी की हुई थी | पूरा घर महक रहा था, नेहा ने घर में ही कैंडल लाइट डिनर का माहौल बना दिया था, और उनके बीच में एक खूबसूरत सा कार्ड रखा हुआ था।
अभिषेक ने कार्ड देखा और पढ़ना शुरू किया – प्रिय अभिषेक, मुझे पता था कि जो तम्हे चाहिए था वो तुम जरूर मिलेगा, तुम्हारी ख़ुशी में ही मेरी ख़ुशी है, यह खुशबू … ये candle light dinner … यह सब तुम बताने के लिए है – how much I love you. Neha.
यह पढ़कर अभिषेक ने स्माइल करते हुए नेहा से कहा -” I love you too”.
वह नेहा का मुँह मीठा करता है और गुलदस्ता देकर उसे thanks बोलता है। नेहा गुलदस्ते को फूलदान में रखने जाती है, इतने में अभिषेक को एक और कार्ड नज़र आता है। वह तुरंत कार्ड उठता है और पड़ना शुरू कर देता है।
मेरे प्रिय अभिषेक … क्या हुआ जो आपकी वेतन वृद्धि नहीं हो पाई … hardly मैटर्स ! मुझे पता है कि आपका मूल्य इन छोटी बढ़ोतरी से बहुत अधिक है … ये सुगंध … ये candle light dinner … यह सब तुम बताने के लिए है – how much I love you. Neha.
अभिषेक की आँखे नम हो गई, उसे पता चल गया था कि नेहा का प्यार उसकी success और failure पर depend नहीं करता … वह तो बिना किसी शर्त के है … अभिषेक का confidence वेतन वृद्धि से नहीं बल्कि इसलिए इतना बढ़ गया की नेहा एक ऐसी partner जो किसी भी हाल में उसका साथ देगी, and she will accept the way he is. …
फ्रेंड्स यदि हमारे पास भी वो व्यक्ति है जो हमें हर स्थिति में स्वीकार करता है, तो हम इस दुनिया का सामना आसानी से कर सकते हैं और कठिन से कठिन रास्ता पार कर सकते हैं और क्या आप जानते है उस व्यक्ति को कैसे पाया जा सकता है …. इसका उत्तर है- आप खुद किसी के लिए ऐसा बने। इसलिए, जीवन में कुछ ऐसे रिश्ते बनाएं जिन्हें आप पूरी तरह, बिना किसी शर्त के स्वीकार करने के लिए तैयार हो, और तब आप जान पाएंगे की बहुत कम लोग हैं जिन्हें सिर्फ आपसे प्यार है, आपकी success-failure से नहीं! और यही एक मजबूत रिश्ते का secret है |