पी वी सिंधु की जीवनी – P V Sindhu Biography In Hindi
P V Sindhu In Hindi – पी वी सिंधु की जीवनी (P V Sindhu Biography) में विकिपीडिया (P V Sindhu Wikipedia) की तरह उनकी आयु (P V Sindhu Age) लम्बाई (P V Sindhu Height) और उन से जुडी सभी जानकारी (P V Sindhu Information) मिलेगी.
पी वी सिंधु कौन है – Who Is P V Sindhu
P V Sindhu in Hindi – ओलंपिक गेम्स में हमारे देश भारत का नाम ऊँचा करने वाली बेटियों में से एक उभरता हुआ नाम हैं प्रोफेशनल बैडमिंटन प्लेयर : पी. वी. सिंधु. वह पहली भारतीय महिला हैं, जिन्होंने अन्तराष्ट्रीय ओलंपिक (P V Sindhu World Champion) सिल्वर मैडल जीता हैं और इसी के साथ वे भारत की पांचवी महिला ओलंपिक मेडलिस्ट (P V Sindhu Awards) बन गयी हैं.
यह भी पढ़े – साइना नेहवाल की जीवनी – Saina Nehwal Biography
पी वी सिंधु की जानकारी – P. V. Sindhu Information
- P V Sindhu Full Name – पुसर्ला वेंकट सिंधु
- P V Sindhu Date Of Birth – 5 जुलाई, 1995
- P V Sindhu Age – 25 वर्ष
- P V Sindhu Birth Place – हैदराबाद, तेलंगाना, भारत
- P V Sindhu Height – 5′ 10”
- P V Sindhu Father – पी. वी. रमण पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी
- P V Sindhu Mother – पी. विजया पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी
- P V Sindhu Sister – एक बहन – पी. वी. दिव्या
- P V Sindhu Profession – अंतर्राष्ट्रीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी
- P V Sindhu Handedness – दांया हाथ Right Hand
- P V Sindhu Coach – पुलेला गोपीचंद
- P V Sindhu Ranking – 9 वीं (मार्च 2014)
- P V Sindhu Net Worth – $10 million
पी वी सिंधु का परिवार – P V Sindhu Family
P V Sindhu Biography – पुरसला वेंकटा सिन्धु का जन्म एक तेलगु परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम पी.वी. रमण और माता का नाम पी. विजया था – दोनों ही माजी वॉलीबॉल खिलाडी थे।
2000 में रमण को अपने खेल के लिये अर्जुन अवार्ड (P V Sindhu Awards) से भी सम्मानित किया गया था। जब सिन्धु के माता-पिता प्रोफेशनल वॉलीबॉल खेल रहे थे तभी सिन्धु ने बैडमिंटन खेलने का निर्णय लिया और अपनी सफलता की प्रेरणा सिन्धु (P V Sindhu Information) ने 2001 में ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियन में पुल्लेला गोपीचंद से ली।
पी वी सिंधु की शिक्षा – P V Sindhu Education
- स्कूल/विद्यालय – औक्सिलियम हाई स्कूल, सिकंदराबाद
- महाविद्यालय/विश्वविद्यालय – सेंट एन के महिला कॉलेज, मेहदीपटनम
- शैक्षिक योग्यता – एम.बी.ए
पी वी सिंधु का करियर – P V Sindhu Career
P V Sindhu Biography – सिंधु जब 6 वर्ष की थी, उस वर्ष भारत के शीर्ष बैडमंटन खिलाडी पुलेला गोपीचंद ने ऑन इंग्लैण्ड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती। इससे सिंधु इतनी उत्साहित हुई कि उसने भी बैडमिंटन को अपने कैरियर बनाने का निश्चय कर लिया।
असल में सिन्धु ने 8 साल की उम्र से ही बैडमिंटन खेलना शुरू (P V Sindhu Information) कर दिया था। पी. व्ही. सिन्धु ने पहले महबूब अली के प्रशिक्षण में इस खेल की मुलभुत जानकारियाँ हासिल की और सिकंदराबाद के भारतीय रेल्वे के इंस्टिट्यूट में ही उन्होंने अपने प्रशिक्षण की शुरुवात की। इसके तुरंत बाद सिन्धु पुल्लेला गोपीचंद बैडमिंटन अकैडमी में शामिल हो गई।
पी वी सिंधु राष्ट्रीय चैंपियन – P V Sindhu National
P V Sindhu Career – राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा (P V Sindhu National) की चमक बिखेरने के बाद 5 फ़ुट 10 इंच (1.78 मी) हाइट वाली सिंधु ने वर्ष 2009 में सिंधु ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने दमखम का परिचय दिया।
उन्होंने 2009 में कोलंबों में आयोजित सब जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इसके बाद सन 2010 में इन्होंने ईरान फज्र इंटरनेशनल बैडमिंटन चैलेंज के एकल वर्ग में भी रजत पदक जीता। इसी वर्ष मेक्सिको में आयोजित जूनियर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप और थॉमस और यूबर कप में भी भारत की ओर से खेलीं और साहसिक प्रदर्शन किया।
राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा (P V Sindhu National) की चमक बिखेरने के बाद 5 फ़ुट 10 इंच (1.78 मी) हाइट वाली सिंधु ने वर्ष 2009 में सिंधु ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने दमखम का परिचय दिया। उन्होंने 2009 में कोलंबों में आयोजित सब जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
इसके बाद सन 2010 में इन्होंने ईरान फज्र इंटरनेशनल बैडमिंटन चैलेंज के एकल वर्ग में भी रजत पदक जीता। इसी वर्ष मेक्सिको में आयोजित जूनियर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप और थॉमस और यूबर कप में भी भारत की ओर से खेलीं और साहसिक प्रदर्शन किया।
पी वी सिंधु स्वर्ण पदक – P V Sindhu Gold Medal
P V Sindhu Information – वर्ष 2011 में, (P V Sindhu Gold Medal ) डगलस कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स भारत की ओर से खेलीं और शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीता.
पी वी सिंधु अंडर 19 – P V Sindhu Under 19
P V Sindhu Biography – वर्ष 2012 में 14 जून को जर्मनी की Juliane Schenk से इंडोनेशिया ओपन में हार का सामना करना पड़ा. 7 जुलाई, 2012 को उन्होंने जापानी खिलाड़ी Nozomi Okuhara को फाइनल में हराया और एशिया यूथ अंडर 19 चैंपियनशिप जीती. चाइना मास्टर सुपर सीरीज़ टूर्नामेंट में लंदन 2012 में चाइना की ओलंपिक्स गोल्ड मेडलिस्ट Li Xuerui को हराकर सबको चौंका दिया.
पी वी सिंधु वर्ल्ड चैंपियनशिप – P V Sindhu World Champion
P V Sindhu in Hindi – वर्ष 2013 वर्ष सिंधु ने चाइनीज़ खिलाड़ी Wang Shixian को वर्ल्ड चैंपियनशिप में हराया और भारत की वोमेन्स सिंगल की पहली मेडलिस्ट बनी.
वर्ष 2014 Glasgow Commenwealth Games में वोमेन्स सिंगल में सेमीफाइनल स्टेज तक पहुँचने के बाद वे हार गयी. वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में लगातार 2 मैडल जीतने पर उन्होंने इतिहास (P V Sindhu World Champion) रच दिया और वे ऐसी पहली भारतीय बनी.
नवंबर, 2015 में मकाऊ ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड में अपना तीसरा वोमेन्स सिंगल्स जीता.
जनवरी, 2016 में मलेशिया मास्टर्स ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड वोमेन्स सिंगल जीता.प्रीमियर बैडमिंटन लीग में चेन्नई समशेर टीम की सिंधु कप्तान बनी और 5 मैच जीते और टीम को सेमीफाइनल में पहुँचाया, परन्तु यहाँ उनकी टीम देल्ही एसर्स से हार गयी. अपने क्वार्टर फाइनल मैच में उन्होंने विश्व की नंबर 2 खिलाड़ी Wang Yihan को हराया.
18 अगस्त, 2016 को 2016 समर ओलंपिक्स में जापान की Nozomi Okuhara को वोमेन्स सिंगल में हराया. सिंधु ने सिल्वर मैडल जीता और वे देश की सबसे कम उम्र वाली मैडल विजेता खिलाड़ी बनी.
2017 में मार्च से अप्रैल के बीच इंडिया ओपन सुपर सीरीज का आयोजन दिल्ली में हुआ था. इसमें सिन्धु का मुकाबला विश्व की प्रसिध्य बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलिना से हुआ था, सिन्धु ने उनको हराकर नया इतिहास रच दिया था.
अगस्त 2017 में बीडब्लूऍफ़ विश्व चैंपियनशिप का आयोजन स्कॉटलैंड में हुआ था, यहाँ सिन्धु फाइनल तक पहुंची थी, जहाँ उनका मुकाबला जापान की नोज़ोमि ओकुहारा से हुआ था. सिन्धु को यहाँ हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद उन्हें सिल्वर मैडल मिला था.
2017 में ही कोरिया में कोरिया ओपन सुपर सीरीज हुई थी, जिसमें एक बार फिर सिन्धु का सामना जापान की ओकुहारा से हुआ था. यहाँ सिन्धु ने अपनी पुरानी हार का बदला लेते हुए ओकुहारा को फाइनल में हरा दिया था. इसके साथ ही सिंधु पहली भारतीय महिला बन गई थी, जिन्होंने कोरिया ओपन में जीत हासिल की थी.
अगस्त 2017 में सिन्धु को आंध्र प्रदेश सरकार के राजस्व विभाग के तहत मुख्य आयुक्त कार्यालय में कृष्णा जिले में डिप्टी कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था. सिन्धु के लिए यह बड़ी उपलब्धि थी.
2017 के अंत में दुबई विश्व सुपर सीरीज आयोजित हुई थी, जिसमें सिन्धु फाइनल तक गई और उनका मुकाबला जापान की अकाने यामागुची से हुआ था. इसमें भी सिन्धु को सिल्वर मैडल के साथ संतोष करना पड़ा था.
2018 में इंग्लैंड में बहुचर्चित आल इंग्लैंड ओपन का आयोजन हुआ था. यहाँ सिन्धु का मुकाबला विश्व की तीसरे स्थान की बैडमिंटन खिलाड़ी अकाने यामागुची से हुआ था. इनसे हारने के बाद सिन्धु को विश्व की चौथे नंबर के खिलाड़ी का स्थान मिला था. लोगों का मानना था, कि ऑल इंग्लैंड ओपन चैंपियनशिप में सिंधु का अभी तक का वह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था.
पी वी सिंधु पी वी सिंधु कॉमन वेल्थ गेम्स – P V Sindhu Commonwealth Games
सिंधु ने गोल्ड कोस्ट में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों (P V Sindhu Commonwealth Games) में भाग किया था. सिन्धु ने मिक्स्ड टीम इवेंट में भाग लेकर गोल्ड मैडल जीता था, इसके साथ ही महिला एकल में उन्हें सिल्वर मैडल मिला था.
2018 में सिन्धु ने विश्व चैंपियनशिप (P V Sindhu World Champion) में भाग लेकर लगातार दूसरी बार सिल्वर मैडल जीता था. सिन्धु का यह विश्व चैंपियनशिप में चौथा मैडल था.
दिसम्बर 2018 में चाइना में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था. साल 2018 के आखिरी बैडमिंटन सीरीज में सिन्धु ने यह फाइनल मुकाबला जीत लिया था. सिन्धु यह टूर्नामेंट जीतने वाली पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी थी, इसके साथ ही इन्होंने इतिहास के पन्नो में अपना नाम दर्ज करा लिया था.
2018 में सिन्धु को प्रसिद्ध मैगजीन फ़ोर्ब्स ने कमाई के आधार पर “हाइएस्ट-पेड फीमेल एथलीट 2018″ की सूची में सातवां स्थान दिया था.
2018 के एशियन गेम्स में सिन्धु का फाइनल मुकाबला जकार्ता की ताई त्ज़ु-यिंग से हुआ था, जिनसे वो हार गई थी.
ओलंपिक में सिल्वर मैडल जीत चुकी पीवी सिंधु ने, सीजन-एंड बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल में गोल्ड प्राप्त कर, सभी भारतियों को सर ऊँचा कर दिया था। वे यह जीतने वाली पहली भारतीय महिला थी.
2019 की शुरुवात में ही भारत में पीबीएल का आयोजन हुआ था, जहाँ सिन्धु को नीलामी के दौरान हैदराबाद हन्टर्स ने खरीदा था. सिन्धु इस पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था, वे सेमीफाइनल तक पहुँच गई थी. यहाँ उनका मुकाबला मुंबई रॉकेट्स से हुआ था, जिनसे उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
2019 की शुरुआत में पहला बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय मैच इंडोनेशिया मास्टर ओपन है. जिसमें सिंधु क्वार्टर फाइनल तक पहुँच भी गई. लेकिन यहाँ उनकी प्रतिस्पर्धा स्पेन की गोल्ड मेडलिस्ट कैरोलिना मारिन से हुआ, जहाँ मारिन के मास्टर स्ट्रोक के सामने सिन्धु टिक नहीं पाई और उन्हें इंडोनेशिया मास्टर से बाहर होना पड़ा. सिन्धु ने इस खेल के लिए विशेष तैयारी की है, उनकी इच्छा है कि उनके 2019 की शुरुआत इंडोनेशिया ओपन ख़िताब के साथ हो.
पी वी सिंधु को मिले पदक (मुख्य) – P V Sindhu Awards
- सिंधु ने कोलंबो में आयोजित वर्ष 2009 के उप-जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
- वर्ष 2010 में, ईरान फज्र अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैलेंज में महिला एकल में रजत पदक जीता।
- 7 जुलाई 2012 को, उन्होंने एशिया युवा अंडर -19 चैम्पियनशिप जीती।
- वर्ष 2013 में, मलेशियन ओपन के दौरान उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड खिताब से नवाजा गया।
- वर्ष 2013 और 2014 में लगातार विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
- वर्ष 2016 में, गुवाहाटी दक्षिण एशियाई खेलों (महिला टीम) में स्वर्ण पदक जीता।
- वर्ष 2016 में, रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता।
राष्ट्रीय सम्मान
- पद्म श्री, द यूथ हाईएस्ट सिविलियन अवार्ड ऑफ़ इंडिया [वर्ष 2015],
अर्जुन अवार्ड [2013] - सन 2016 में सिन्धु बैडमिंटन खेल में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए के लिए राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
अन्य सम्मान
- FICCI ब्रेकथ्रू स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ़ द ईयर 2014,
- NDTV इंडियन ऑफ़ द ईयर 2014,
- वर्ष 2015 में मकाऊ ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने के बाद बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की ओर से 10 लाख रूपये दिए गये.
- वर्ष 2016 में मलेशिया मास्टर्स में जीतने के बाद बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की ओर से 5 लाख रूपये दिए गये [वर्ष 2016 के रिओ ओलंपिक में जीतने पर.]
- ओलंपिक पार्टिसिपेंट के रूप में क्वालीफाई करने पर अभिनेता सल्मान खान की ओर से 1.01 लाख रूपये प्रदान किये गये.