Interesting Facts about Earth – पृथ्वी के अनजाने रोचक तथ्य
Amazing Facts about Earth – आज हम आपको धरती के बारे (Facts about The Earth) में रोचक तथ्य (Interesting Facts about Earth) की जानकारी देंगे पृथ्वी के अनजाने रोचक तथ्य जानकर आप जान सकेंगे की मनुष्यों के जीने के लिए सिर्फ पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन है।
Amazing Facts about Earth – धरती के बारे में रोचक तथ्य
विश्व पृथ्वी दिवस : 45 साल पहले 22 अप्रैल के दिन अमेरिका में पहली बार अर्थ डे का सेलिब्रेशन (The Earth Facts) हुआ था। यह एक वार्षिक आयोजन है जो दुनियाभर में सेलिब्रेट किया जाता है। 192 देश इसे मनाते हैं।
22 अप्रैल को ही विश्व पृथ्वी दिवस (The Earth Facts) मनाए जाने के पीछे अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन रहे हैं। वे पर्यावरण को लेकर चिंतित रहते थे। आइए, आज हम आपके लिए ऐसे (Interesting Facts about Earth) लेकर आए है जिन्हें पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे .
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Earth Amazing Facts – धरती से जुड़े रोचक तथ्य
- सभी ग्रहों में सिर्फ पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन है। इस कारण इसे अनोखा ग्रह भी कहा जाता है।
- यहां पर ऑक्सीजन है, साथ ही पानी भी है। मनुष्यों के जीने के लिए यहां पर सभी आदर्श दशाएं मौजूद है।
- अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी का रंग नीला दिखाई देता है क्योंकि यहां के 71% भाग पर समुद्र है।
- पृथ्वी का एक उपग्रह है जिसे चंद्रमा कहते हैं। पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है। सूर्य सभी आठ ग्रहों के केंद्र में स्थित है।
- पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है इस कारण यहां पर ऋतु बदलती रहती हैं।
- पृथ्वी के चारों तरफ वायुमंडल है जो कि सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से जीवो की रक्षा करता है।
- पृथ्वी के 40 % हिस्से में दुनिया के सिर्फ छ: देश है।
- पृथ्वी के सारे मनुष्य 1 वर्ग किलोमीटर के घन(cube) में समा सकते है. यदि हम एक वर्ग मीटर में एक व्यक्ति को खड़ा करे तो एक वर्ग किलोमीटर में दस लाख व्यक्ति खड़े हो सकते हैं।
- चीन का वायु प्रदूषण इतना ज्यादा है कि स्पेस से देखने पर द ग्रेट वाल ऑफ चाइना भी दिखाई नहीं दी।
- पृथ्वी के स्लो रोटेशन की वजह से 2015 एक सेकंड लंबा था.
- अगर मनुष्य को बिना किसी सुरक्षा उपाय के स्पेस में छोड़ दिया जाए तो वह केवल 2:00 मिनट तक ही जीवित रहेगा।
- पृथ्वी पर एक बार सबसे विशाल उल्कापिंड गिरा था। इसका नाम होबा मीटिऑराइट रखा गया था।
- धरती पर इतना Gold है, जो 1.5 फीट की गहराई तक इसकी पूरी सतह को ढंक सकता है।
- 12 मील (19 किमी) की ऊंचाई पर प्रेशराइज्ड सूट पहनना जरूरी होता है। वरना मौत हो सकती है।
- पृथ्वी पर 1 सेकेंड में 100 बार और हर दिन 80.6 लाख बार आकाशीय बिजली गिरती है।
- धरती पर ताप का स्त्रोत केवल सुर्य नही है. बल्कि धरती का अंदरूनी भाग पिघले हुए पदार्थों से बना है जो लगातार धरती के अंदरूनी ताप स्थिर रखता है. एक अनुमान के अनुसार इस अंदरूनी भाग का तापमान 5000 से 7000 डिगरी सैलसीयस है जो कि सुर्य की सतह के तापमान के बराबर है.
- अंतरिक्ष में मौजूद कचरे का एक टुकड़ा हर दिन पृथ्वी पर गिरता है। यह अनुमान नासा के वैज्ञानिकों ने लगाया है।
- धरती के सारे महाद्वीप आज से 6.5 करोड़ साल पहले एक दूसरे से जुडे हुए थे. वैज्ञानिको का मानना है कि धरती पर कोई उल्का पिंड गिरने से निरंतर ज्वालामुखियों और ताकतवर भुकंपों के कारण यह महाद्वीप आपस से अलग होने लगे, इसी कारण धरती से डायनासोरो का अंत हुआ था.
- धरती पर हर रोज 45,00 बादल(मेघ) गरजते है.
- धरती पर मौजुद हर प्राणी में कार्बन जरूर है.
- धरती के गुरूत्वाकर्षण के कारण पर्वतों का 15,000 मीटर से ऊँचा होना संभव नही है.
- आज से 450 करोड़ साल पहले, सुर्य मंडल में मंगल के आकार का एक ग्रह था जो कि पृथ्वी के साथ एक ही ग्रहपथ पर सुर्य की परिक्रमा करता था. मगर यह ग्रह किसी कारण धरती से टकराया और एक तो धरती मुड गई और दूसरा इस टक्कर के फलसरूप जो पृथ्वी का हिस्सा अलग हुआ उससे चाँद बन गया.
- सौर मंडल में पृथ्वी ही एक ऐसी जगह है, जहां पानी सॉलिड, लिक्विड, वेपर रूप में मौजूद है।
- पृथ्वी का 97 फीसदी पानी खारा है और फ्रेश पानी मात्र 3 प्रतिशत ही है। 90 फीसदी विश्व का कचरा समुद्रों में पहुंचता है।
- आज भी दुनिया की 748 मिलियन आबादी को पीने के लिए भी साफ पानी नसीब नहीं होता है। लगातार इस्तेमाल होने वाले टॉयलेट में रोज औसतन 200 गैलन पानी का बर्बाद होता है। लीकेज के चलते रोजाना 36 मिलियन गैलन पानी बर्बाद होता है।
- दुनिया में 40% मौतें पानी, हवा और मिट्टी के प्रदूषण से होती हैं। सिर्फ एयर पॉल्यूशन से हर साल 70 लाख लोगों की मौत हो रही है।
- दुनिया में रोजाना 1 अरब लोगों को पीने लायक पानी नहीं मिल रहा, जबकि 2 अरब लोग साफ पानी को तरस रहे हैं। 2050 तक करीब 09 अरब लोग बिना पानी या कम पानी में गुजारा कर रहे होंगे। 2025 तक भारत के करीब 60% भूजल स्रोत पूरी तरह सूख चुके होंगे।
- समुद्र के एक लीटर पानी के 13 बिलियन हिस्से में एक ग्राम सोना मिला रहता है।
- पृथ्वी पर 99 फीसदी जीवित प्राणी महासागरों में से हैं 2000 जलीय जीवों की प्रजातियों के बारे में हर साल बताया जाता है।
- प्रतिवर्ष 10-12 दुघर्टनाओं का कारण शार्क होती हैं। हर साल 100 मिलियन शार्क मारी जाती हैं।
- यदि पृथ्वी का पूरा जल इकट्ठा किया जाए, तो यह 860 घन किमी के आकार की बॉल बनेगी। यह शनि के बर्फीले चांद टेथी के आकार से अधिक होगी।
- 3.7 बिलियन मील की दूरी से लिया गया पृथ्वी के फोटो का नाम ‘पेल ब्ल्यू डॉट’ है। अभी तक यह सबसे अधिक दूरी से ली गई धरती की तस्वीर है।
- 150 बिलियन डॉलर कुल लागत है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की। यह सबसे अधिक खर्चीला प्रोजेक्ट है, जिस पर सबसे ज्यादा राशि खर्च हुई।
- 106 बिलियन लोग पृथ्वी पर हैं। आगामी वर्ष 2050 में 9.2 बिलियन लोगों की संख्या बढ़ जाएगी।
- 200,000 लोग पृथ्वी पर हर दिन जन्म लेते हैं। हर सेकंड में दो लोगों की मौत हो रही है।
- इंसान द्वारा सबसे पुराना धार्मिक स्थल गोबेकली टेप तुर्की में स्थित है। इसका निर्माण 10,000 वर्ष ईसा पूर्व किया गया था।
- मनुष्य के द्वारा सबसे ज्यादा गहराई तक खोदा जाने वाला गड्ढा 1989 में रूस में खोदा गया था जिसकी गहराई 12.262 किलोमीटर थी
- 1953 में जब नेशनल हरीकेन सेंटर की शुरुआत हुई तो उसने सबसे पहले तूफान को जो नाम दिया, वह स्त्री संत का नाम था। 1979 में यह पहला मौका आया जब तूफानों में पुरुष नाम भी शामिल किए गए। अब तूफानों के नाम महिलाओं और पुरुषों दोनों के नाम पर होते हैं।
- एक दिन 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकंड का होता है। इतना ही समय पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने में लेती है।
- माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई समुद्र स्तर से 8850 मीटर है। लेकिन पृथ्वी के केंद्र से अंतरिक्ष की दूरी देखें तो सबसे ऊंचा पर्वत इक्वाडोर का माउंट चिम्बोराजो है। इसकी ऊंचाई 6310 मीटर है।
- सूरज के अंदर 13 लाख पृथ्वी बराबर तारे समा सकते हैं।
- ग्लास की एक बोतल को पूरी तरह नष्ट करने में 4 हजार से भी ज्यादा साल लगते हैं।
- धरती पर हर साल 77 लाख लोगों का बोझ बढ़ जाता है।
- लगभग हर साल 30,000 बाहरी अंतरिक्ष के पिंड धरती के वायुमंडल मे दाखिल होते है. पर इनमें से ज्यादातर धरती के वायुमंडल के अंदर पहुँचने पर घर्षण के कारण जलने लगते है जिन्हें हम अकसर ‘टूटता तारा’ कहते है
- इंसान द्वारा बनाई गईं 22 हजार वस्तुएं अर्थ प्लेनेट पर चक्कर लगा रही हैं।
- दुनिया में हर साल 5 लाख भूकंप आते हैं। इनमें से एक लाख भूकंप सिर्फ महसूस किए जाते हैं जबकि 100 विनाशकारी होते हैं।